गांव में रतजगा संदिग्ध जानवर की दहशत, जानवर का नहीं लगा सुराग,फिर ग्रामीण पर हमला
पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत गांव पिढौरा में एक संदिग्ध जंगली जानवर की दहशत फैल गई। बृहस्पतिवार की देर रात के समय बारिश के कारण लोग अपने घरों से बाहर टीन सेड में सो रहे थे।तभी जंगली जानवर ने हमला बोल दिया और कई लोगों को काटकर घायल कर दिया था। जिससे आधा दर्जन से अधिक लोग जानवर के हमले से गंभीर घायल हो गए।चीख पुकार सुन अफरा तफरी मच गई लाठी डंडे कुल्हाड़ी भाला लेकर ग्रामीण भारी संख्या में एकत्रित हो गए। जानवर को जंगल की तरफ खदेड़ दिया। और लोगों की जान बचाई जानवर के हमले से गिर्राज, कमलेश,कब्बू, प्रमोद कुमार, रघुवीर सिंह, महेंद्र सिंह, दीपक, गोलू , सत्येंद्र सिंह, गोलू अन्य लोग घायल हो गए थे। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। लोगों के मुताबिक जानवर खूंखार बताया गया। लोगों ने अलग-अलग तर्क दिए थे किसी ने भेड़िया बताया तो अन्य जानवर बताया ग्रामीणों ने कहा कि जानवर को देख नहीं पाया।स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सभी घायलों का टीकाकरण किया गया। वहीं ग्रामीणों पर जानवर का हमला होने से गांव और आसपास के गांव में जंगली जानवर की दहशत फैल गई है। रात के समय लोगों ने टुकड़ी बनाकर हाथों में लाठी डंडे भाला कुल्हाड़ी लेकर रतजगा शुरू कर दिया है। जानवर की दहशत के मारे ग्रामीण रात के समय जागकर गुजर रहे हैं। शनिवार की शाम को क्षेत्र के ही गांव कौंध निवासी युवक मनोज पर जंगली जानवर ने हमला बोल दिया आवाज सुनकर ग्रामीण एकत्रित हो गए और लाठी डंडे लेकर जानवर को जंगल की तरफ खड़े दिया और युवक की जान बचा ली अन्यथा हादसा हो सकता था।ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कुत्ता नहीं जंगली जानवर ही है जिसने उन पर हमला किया है। यह जानवर कौन है वन विभाग को खोज करनी चाहिए। वहीं शनिवार को वन विभाग की टीम ने कोई भी सर्च अभियान नहीं चलाया। ग्रामीणों काकहना है कि वन विभाग की लापरवाही साफ उजागर हो रही है। अगर वह सर्च अभियान चलाए तो जानवर की पुष्टि हो सकती है कि यह हमला करने वाला जानवर कौन सा है। ताकि लोगों की दहशत खत्म हो सके। सर्च अभियान की मांग की गई है।
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