इलाज के अभाव में कैंसर पीड़ित की मौत, रजिस्ट्रेशन के बाद भी नहीं मिला आयुष्मान कार्ड आरोप

Sep 15, 2024 - 06:10
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इलाज के अभाव में कैंसर पीड़ित की मौत, रजिस्ट्रेशन के बाद भी नहीं मिला आयुष्मान कार्ड आरोप

पिनाहट। केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में गरीब तबके के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। वहीं केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड की सुविधा उपलब्ध किए जाने के प्रयास किया जा रहे हैं। मगर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते इसका लाभ गरीब परिवारों को नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते इलाज के अभाव में गरीब लोगों की जान भी जा रही है। ऐसा ही मामला पिनाहट के मोहल्ला खिड़कियां निवासी राजकुमार सक्सेना उर्फ छोना मास्टर ने गरीब तबके के लोगों के बच्चों को निशुल्क पढ़ाया और उनसे फीस भी नहीं ली थी। ताकि वह देश का सुनहरा भविष्य बन सके। मगर उनकी सामाजिक सेवा उनके काम नहीं आई। बीते दिनों उनका आयुष्मान कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन हुआ था। जिसमें उनके घर के सदस्यों के नाम भी जोड़े गए थे। कुछ दिनों बाद उन्हें गंभीर बीमारी गले का कैंसर हो गया। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के चलते अपना इलाज करने में भी असमर्थ थे। जिसके लिए वह आयुष्मान कार्ड के लिए बीते दिनों स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे कई बार चक्कर लगा मगर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उनकी बात को नहीं सुना गया। उन्होंने बताया कि वह गंभीर बीमारी से ग्रसित हो गए हैं। उनका आयुष्मान कार्ड उन्हें उपलब्ध करा दिया जाए इसके बाद कई बार उन्हें परेशान किया गया और कोई सुनवाई नहीं की गई। रजिस्ट्रेशन होने के बावजूद भी आयुष्मान कार्ड नहीं बनाया गया। स्वास्थ्य कवियों द्वारा उन्हें बताया स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उन्हें बताया गया कि अब उनका आयुष्मान कार्ड नहीं बन सकता ऊपर से उनका नाम कट गया है। इसके बाद बीमार राजकुमार सक्सेना और परेशान हो गए। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से गुहार लगाई कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और वह अपना इलाज करने में असमर्थ हैं उनका आयुष्मान कार्ड बना दिया जाए मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। जैसे तैसे उनका परिवार कर्ज लेकर इलाज करता रहा इलाज अच्छे अस्पताल और डॉक्टर से नहीं होने के कारण अभाव में गंभीर बीमारी से ग्रसित राजकुमार सक्सेना की शनिवार को मौत हो गई। जिसे परिजनों में कोहरा मच गया। परिवार के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा के आखिर आयुष्मान कार्ड बन जाता तो शायद जान बच सकती थी। सरकार की योजनाओं का गरीबों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं। परिवार ने आक्रोश व्यक्त करते हुए पूरे मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की गई है।

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